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Showing posts from April, 2012

खुश रहने की बीमारी (Being Happy Syndrome)

हम बजाएं हारमोनिया खुश रहने की बीमारी - छोटे शहरों में प्रायः पायी जाती थी, या यूँ कहें अभी भी पायी जाती है. ये बड़ी ही संक्रामक बीमारी होती है. पर समय के साथ कुछ मनुष्यों ने खुशियों के विरूद्ध भी अपनी प्रतिरक्षा (immune) को तगड़ा कर लिया है. खुश रहने की बीमारी - अर्थ एवम विकल्प  जितना आसान कहना- सुनना, खाना-पीना, सोना-जागना जैसे कार्य होते हैं, उतना ही आसन खुश रहना भी होता है. या संभवतः ये बीते दिनों की बात है, अब ये उससे कहीं कठिन हो चूका है. देखिये, ज्यादा कुछ करना नहीं होता है इस सुलभ बीमारी से ग्रसित होने के लिए, दुनिया की तरफ दिखिए, मस्ती मारिये, गलतियाँ निकालिए, मजाक करिए, मस्त मुस्कान चेहरे पे लाइए, अन्दर जितना द्वेष भरा है थूक मारिये, गाना गाइए  " **** मराये दुनिया, हम बजाएं हारमोनिया " और खुश रहिये. सोच सोच के कोई न पहलवान बना, न धनवान; हालांकि, केवल खुश रह के भी लोगों ने बड़े तीर नहीं मारे - पर इतना तो है की उन्होंने जिंदगी बड़ी ही शानदार तरीके से मस्ती में काटी... मस्त रहो मस्ती में, आग लगे बस्ती में अब जरा उन विकल्पों पे गौर करने कोशिश करते

Riders of the Nation of a Billion - Dimensions and Horizons

Incidentally I wrote a post of my tranformation from just around the corner corporate junkie into a Rider (for sure, still gradually) few days ago. Now, here are the Indibloggers with a Contest for the Bikers of the Nation with Castrol guys .  Evolving Biker Code of the Nation  When you look at the scenario of Biking in a general sense, you would be attracted by the road-rowdies and rookies who ride to spread nuisance and are mostly acknowledged for their deeds by the newspaper. Hooligans may be the right word. But, once you get involved with the passion, you would be able to see how the passion of Biking, or rather Riding, is evolving in the country where 2-wheelers over-power 4-wheelers by scores of galactic height, but have never earned respect on highways just coz they are the smallest-speeding machine there! I would try to let you through the Indian Riders tale, so that you  be able to appreciate how the riders of the Country are working, though in a segregative way